आत्म निर्भर प्रदेश के निर्माण में महायज्ञ सिद्ध होगा रोजगार दिवस कार्यक्रम मुख्यमंत्री श्री चौहान 2.84 करोड़ रुपए की लागत से बने मध्य भारत के पहले टाय कलस्टर का मुख्यमंत्री श्री चौहान ने किया शुभारंभ उद्योग के क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है मध्य प्रदेश मंत्री श्री सकलेचा

*आत्मनिर्भर प्रदेश के निर्माण में महायज्ञ सिद्ध होगा रोजगार दिवस कार्यक्रम – मुख्यमंत्री श्री चौहान*
*प्रदेश व्यापी रोजगार दिवस के तहत स्वरोजगार योजनाओं के अंतर्गत 75 हजार से अधिक हितग्राही हुए लाभान्वित*
*2.84 करोड़ रुपए की लागत से बने मध्य भारत के पहले टॉय क्लस्टर का मुख्यमंत्री श्री चौहान ने किया शुभारंभ*
*एमएसएमई मंत्री श्री सखलेचा ने की कार्यक्रम की अध्यक्षता*
*उद्योग के क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है मध्य प्रदेश – मंत्री श्री सखलेचा*
*इंदौर 27 अगस्त, 2022*
“मध्य प्रदेश देश का ऐसा राज्य है जहां बेरोजगारी की दर सबसे कम है। हमारे प्रयास है कि धीरे-धीरे प्रदेश को बेरोजगारी मुक्त बनाया जाए। किसी भी युवा को मध्यप्रदेश की धरती पर निराश होने की आवश्यकता नहीं हैं, यहाँ शिक्षा भी मिलेगी और शिक्षा के साथ रोजगार भी। मध्यप्रदेश शासन का संकल्प है कि हर माह विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से लगभग ढाई लाख लोगों को आजीविका से जोड़ा जाए।” मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने इन्हीं शब्दों के साथ आज इंदौर के अमरदास हॉल में आयोजित रोजगार दिवस कार्यक्रम को संबोधित किया।
स्वरोजगार योजनाओं के अंतर्गत लाभान्वित हितग्राहियों को ऋण स्वीकृत एवं वितरण कार्यक्रम आज मुख्यमंत्री श्री चौहान की उपस्थिति में संपन्न हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रदेश के सूक्ष्म लघु और मध्यम उद्यम मंत्री श्री ओम प्रकाश सखलेचा ने की।
कार्यक्रम के माध्यम से 75 हजार से अधिक हितग्राहियों को स्वरोजगार के लिये 466 करोड़ रूपये की सहायता उपलबध कराई गई। मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा कुछ चयनित हितग्राहियों को लाभ के प्रमाण-पत्र का वितरण भी किया गया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री चौहान की गरीमामयी उपस्थिति में इंदौर में 2.84 करोड़ रुपए की लागत से बने मध्य भारत के पहले टॉय क्लस्टर का वर्चुअल शिलन्यास
हुआ। साथ ही उद्यमिता विकास प्रशिक्षण के लिये ई-लर्निंग मॉड्यूल का शुभारंभ भी किया गया।
इस अवसर पर सांसद श्री शंकर लालवानी, राज्य सभा सदस्य सुश्री कविता पाटीदार, आईडीए के अध्यक्ष श्री जयपाल सिंह चावड़ा, महापौर श्री पुष्यमित्र भार्गव, राज्य अनुसूचित जाति वित्त विकास निगम के अध्यक्ष श्री सावन सोनकर, अध्यक्ष जिला पंचायत सुश्री रीना मालवीय तथा विधायकगण श्री रमेश मेंदोला, श्री महेन्द्र हार्डिया, श्री आकाश विजयवर्गीय, श्री गौरव रणदिवे, श्री राजेश सोनकर, श्री सुदर्शन गुप्ता, श्री मधु वर्मा भी उपस्थित रहे।
*टॉय क्लस्टर से मिलेगा दो हजार से अधिक लोगों को रोजगार*
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में 42 क्लस्टर स्वीकृत किए गए हैं जिनमें से आज 2.84 करोड़ रूपये की लागत से बने टॉय क्लस्टर का शुभारंभ इंदौर में किया गया। मध्य भारत के इस पहले टॉय क्लस्टर में 20 लघु इकाइयां स्थापित होंगी तथा दो हजार से अधिक लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे। इस क्लस्टर के प्रथम चरण में 80 करोड़ रूपये का निवेश संभावित है। इसी तरह विभिन्न क्लस्टरों के माध्यम से प्रदेश में ना केवल निवेश बढ़ेगा बल्कि रोजगार के अवसर कई गुना अधिक तेजी से प्रदान किए जा सकेंगे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि रोजगार की दृष्टि से इंदौर में आगामी वर्ष में दो महत्वपूर्ण कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। 7 से 9 जनवरी 2023 तक प्रवासी भारतीय दिवस का आयोजन इंदौर में होगा जिसमें निवेश की संभावनाओं के नए अवसर प्रदेश के लिए खुलेंगे। इसी के साथ ही ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का भी आयोजन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने के लिये चारों दिशाओं में प्रयास कर रही है।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के चार जिलों अनूपपुर, शाजापुर, बड़वानी एवं मण्डला के उद्यम क्रांति योजना के हितग्राहियों से वर्चुअली संवाद भी किया।
*क्लस्टरों के माध्यम से प्रदान किये जायेंगे चार लाख से अधिक रोजगार के अवसर – मंत्री श्री सखलेचा*
सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री श्री ओमप्रकाश सखलेचा ने कहा कि मध्य प्रदेश पहला ऐसा प्रदेश है जिसने रोजगार दिवस जैसी अभिनव पहल शुरू की है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 42 क्लस्टर स्थापित किए जा रहे हैं जिनके माध्यम से अगले 3 वर्षों में चार लाख से अधिक रोजगार के अवसर प्रदान किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में प्रदेश को मिले पूंजी निवेश और टेक्नोलॉजी अपग्रेडेशन ने एमएसएमई क्षेत्र को संबल प्रदान किया है। प्रदेश अब उद्योग के क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है और जल्द ही हम बेरोजगार मुक्त प्रदेश का निर्माण करने में सफल होंगे।