इंद्रदेव हुए मेहरबान अन्नदाता हुए परेशान बेमौसम बारिश से फसल को भारी नुकसान

रामपुरा
मुकेश राठौर
शुक्रवार की दोपहर से शुरू बेमौसम बारिश के कारण ऐन वक्त पर हाथ में आनेवाली फसल पर इसका असर हुआ है. सोयाबीन पूरी तरह से बर्बाद होने के कगार पर है. वहीं जनजीवन पर इसका असर हुआ है.आज रामपुरा तहसील मुख्यालय के विभिन्न ग्रामीण अंचलों एवं शहर में शुक्रवार दोपहर से लेकर देर शाम तक रिमझिम बारिश का दौर चलता रहा जिससे पूरा वातावरण ठंडा हो चुका था.
उल्लेखनीय है कि जिले में मानसून का दौर सितंबर के अंत थम जाता है. और इस बार ऐसा ही हुआ और अक्टूबर लगते ही अक्टूबर हीट की गर्मियों का पिछले 15 दिनों से लोग अनुभव ले रहे थे. इससे फसले भी तेजी से विकसित हो रही थी. जिसमें सोयाबीन पूरी तरह से तैयार होकर अधिकांश किसानों ने इसकी कटाई भी शुरू कर दी थी.
यह नगदी फसल इस दीपावली में किसानों को अच्छा मुनाफा देगी ऐसी सभी किसान आस लगाये हुए थे. कुछ स्थानों पर सोयाबीन की खरीदी भी शुरू हो गई थी. परंतु ऐन कटाई के समय ही बेमौसम बारिश के आगमन ने सोयाबीन फसल को चौपट कर दिया है.
शुक्रवार की सुबह से बदली भरा वातावरण निर्माण हो गया था. रावन दहन तक मौसम शांत रहा परंतु रावण दहन होने के चंद घंटों के बाद बादलों की गर्जना के साथ बारिश शुरू हो गई कई स्थानों पर रात भर रिमझिम बारिश लगातार जारी रही. शुक्रवार की दोपहर 12 बजे तक रामपुरा तहसील मुख्यालय सहित ग्रामीण अंचलों में मौसम बदरीला था परंतु दोपहर के बाद अचानका जोरदार बारिश ने जनजीवन पर इसका असर डाला. बदन को कंपकंपा देनेवाली ठंड वाली शीत लहर के साथ बारिश हो रही थी.
बाजार में भी बारिश को लेकर अफरातरफी का माहौल था. लोग छाता और रेनकोट पर नजर आ रहे थे. बारिश का सिलसिला दोपहर 12 बजे से शुरू होकर शनिवार सुबह 8:00 बजे बजे तक निरंतर जारी था.
24 घंटे से लगातार हो रही बारिश के चलते गांधी सागर बांध के कैचमेंट एरिया में पानी की आवक बढ़ने के कारण गांधी सागर बांध के 3 छोटे गेट खोले गए हैं एवं पानी की निकासी जारी है वर्तमान में डेम का लेवल 1311.80 तक पहुच गया है
बेमौसम होने वाले इस बरसात ने किसानों की फसल को बहुत नुकसान पहुंचाया है रामपुरा अंचल के विभिन्न ग्राम बैंसला अमरपुरा मजीरिया चंद्रपुरा खेतपालिया लसूडिया देवरान सोनड़ी जोडमी सभी जगह फसल को भारी नुकसान पहुंचा है