एस. एस . यु .आई टीम निम्बाहेड़ा द्वारा प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी,गृह मंत्री अमित शाह और आंतकवादियों के पुतले फुक तहसील कार्यालय में सौंपा ज्ञापन

- निम्बाहेड़ा (राज.)
जम्मू कश्मीर में लगातार हो रही हिंसा के संबध में केंद्र सरकार द्वारा नागरिकों की सुरक्षा लिए आवश्यक कदम उठाने एवं कश्मीरी पंडितों के पुनर्वास को लेकर मंगलवार को नेहरू स्मृति उद्यान, कृषि उपज मंडी के सामने, उदयपुर रोड परिसर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और आंतकवादियों के पुतले फूंक कर उनके खिलाफ में विरोध प्रदर्शन करते हुए मूवी नहीं इंसाफ चाहिए कश्मीरी पंडितों को न्याय चाहिए, अपने देश से वंचित हे ये कश्मीरी पंडित हे, कश्मीर के दंगो में शामिल कोन केन्द्र सरकार क्यू मोन हे, मोदी सरकार हाय हाय, भारत माता की जय के नारे लगाते हुए उपखंड कार्यालय पहुंचे जहां पर तहसीलदार गोपाललाल बंजारा को नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह एवं राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में बताया की पिछले 8 वर्षों में जम्मू-कश्मीर में पंडितों सहित सभी वर्गों के आम नागरिकों की हत्याएं हो रही है जिसमे पिछले 9 माह में भारी बढ़ोतरी हुई है। इसी क्रम में 3 दिन पूर्व राजस्थान के मूलनिवासी एक बैंक कर्मी की भी हत्या आतंकवादियों द्वारा कर दी गई है जिससे पूरे भारतवर्ष में रोष व्याप्त है। भाजपा नीत केंद्र सरकार की ढुल-मूल व दिशाहीन नीति से जम्मू-कश्मीर क्षेत्र में लगातार बढ़ रही आतंकी घटनाओं के विरोध में निम्बाहेड़ा युवा कांग्रेस एवं एन.एस.यु.आई इकाई निम्बाहेड़ा द्वारा प्रधानमंत्री, गृहमंत्री एवं आतंकवादियों का पुतला दहन कर विरोध प्रदर्शन किया
मीडिया एवं अन्य सुचना स्रोतों से सभी के संज्ञान में है की जम्मू कश्मीर में अलगाववादी व पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवादी घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं तथा वहां पर निवास कर रहे कश्मीरी पंडितों , स्थानीय नागरिकों एवं सेना व पुलिस के जवानों को लगातार उपद्रवियों द्वारा निशाना बनाया जा रहा है। कमोबेश कश्मीर घाटी में 90 के दशक के अंत में उत्पन्न स्थिति के समान ही पुनः हालत होते प्रतीत हो रहे उस समय कश्मीर घाटी में कश्मीरी पंडितों का दमन एवं फिर उनके घाटी से पलायन का दृश्य अभी भी सम्पूर्ण देश के उसे महसूस करता है
तत्कालीन समय में वीपी सिंह सरकार भाजपा के समर्थन से चल रही थी परंतु कश्मीरी पंडितों के साथ हुवे इस बर्बरता पूर्ण व्यवहार और इसमें सरकार की बड़ी नाकामी होने का बावजूद भाजपा ने केंद्र सरकार से किनारा नहीं किया और वर्तमान समय में उसी भाजपा की केंद्र में पिछले 8 वर्षों से पूर्ण बहुमत की सरकार है। जम्मू कश्मीर को लेकर वर्तमान में केंद्र की सत्ता पर काबिज भाजपा के नेताओं ने बड़े -बड़े वादे किए थे परंतु धरातल पर अब वर्तमान समय में वे सभी खोखले साबित हो रहे हैं
जम्मू कश्मीर में धारा 370 हटाने के साथ ही मोदी सरकार ने जम्मू कश्मीर का राज्य का दर्जा भी छीन लिया गया जिससे की अब वहां विधानसभा और स्थानीय नेतृत्व प्रभावी नहीं है तथा पूरी तरह से जम्मू कश्मीर की कानून व्यवस्था केंद्र सरकार द्वारा नियुक्त राज्यपाल और ग्रह मंत्रालय जिसके की मंत्री माननीय अमित शाह जी है उनके अधीन हैं अर्थात जम्मू कश्मीर के वर्तमान हालात के लिए पूरी तरह से केंद्र की भाजपा नीत सरकार जिम्मेदार हैं
युवा कांग्रेस एवं एन.एस.यु.आई. पदाधिकारियों ने ज्ञापन के माध्यम से यह मांग कि जम्मू कश्मीर में लगातार हो रही हिंसा के संबध में केंद्र सरकार जरूरी आवश्यक कदम उठाए तथा वहा के नागरिकों को और वहा कार्यरत सेना पुलिस के जवानों की सुरक्षा सुनिश्चित करें तथा जम्मू कश्मीर का पुनः राज्य का दर्जा बहाल हो एवं कश्मीरी पंडितों के पुनर्वास हेतु भी सार्थक योजनाओं को अमल में लाया जाए।