क्षेत्र में बारिश और जलभराव से खराब हुई फसलों को लेकर किसानों ने दिया जिला कलेक्टर के नाम ज्ञापन बारिश और जलभराव से खराब हुई फसलों का तत्काल सर्वे करवाकर किसानों को बीमा राशि और मुआवजा दे सरकार बालकिशन धाकड़ ब्लॉक अध्यक्ष युवा कांग्रेस

*क्षेत्र में बारिश और जलभराव से खराब हुई फसलों को लेकर किसानों ने दिया जिला कलेक्टर के नाम ज्ञापन*
*बारिश और जलभराव से खराब हुई फसलों का तत्काल सर्वे करवाकर किसानों को बीमा राशि और मुआवजा दे सरकार ——-बालकिशन धाकड़*
सिंगोली:- तहसील क्षेत्र के ग्राम लाडपुरा, रस्तपुरा, कदवासा, धारडी, बनेडिया, फुसरिया, बोहडा पटीयाल, मैं बारिश और जलभराव से फसलों में हुए नुकसान को लेकर किसानों ने युवक कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष बालकिशन धाकड़ के नेतृत्व में जिला कलेक्टर के नाम स्थानीय तहसीलदार को ज्ञापन सोपा ज्ञापन में किसानों ने सरकार से मांग की कि क्षेत्र में अति वर्षा और खेतों में जलभराव के कारण बड़ी संख्या में किसानों की मक्का मूंगफली सोयाबीन की फसलों को नुकसान पहुंचकर फसलें खराब हो चुकी है जिसकी वजह से किसानों के पास रवि की फसल बोने के पैसे भी नहीं बचे हैं ऐसे में उन्हें उनकी लागत का मूल्य भी नहीं मिलेगा सरकार खराब फसलों का तत्काल सर्वे करवाकर किसानों को बीमा राशि का भुगतान करवाकर मुआवजा राशि दे ताकि खराब हुई फसलों की किसान भरपाई कर आगामी रवि की फसल ले सके इस अवसर पर युवा कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष बालकिशन धाकड़ ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि भाजपा की सरकार ने किसानों की आय दोगुनी करने का वादा किया था आज किसानों की आय आधी हो गई है उन्होंने कहा कि सरकार फसल बीमा के नाम पर किसानों से प्रीमियम तो ले रही है लेकिन फसल खराब होने पर बीमा देने से पीछे हट जाती है किसानों को अपनी मेहनत की फसल खराब होने पर बीमा राशि लेने के लिए भी दर-दर भटकना पड़ रहा है जिनकी सुनने वाला भी कोई नहीं है किसानों की आय दोगुनी करने वाली केंद्र और मध्य प्रदेश की भाजपा सरकारो ने वर्ष 2015 से किसानों की आत्महत्या के आंकड़े बताना भी बंद कर दिए हैं श्री धाकड़ ने कहा कि किसानों के प्रति सरकार की उदासीनता के चलते खेती आज किसानों के लिए घाटे का सौदा बनती जा रही है जिसकी वजह से किसान का खेती से मन ऊब चुका है आज प्रति बिघा पांच से छै हजार रुपये खर्च करने के बाद भी बारिश पाला ठंड और सूखा पढ़ने की वजह से उनको उनकी लागत का पैसा नहीं मिल रहा है श्री धाकड़ ने कहा कि अन्नदाता किसान देश की रीड की हड्डी हैं 70 परसेंट देश की अर्थव्यवस्था खेती और किसानी पर निर्भर है अगर सरकारों ने किसानों की मदद नहीं की तो इसका खामियाजा पूरे देश को भुगतना पड़ेगा श्री धाकड़ ने कहा कि भाजपा के राज में सरकारें और बीमा कंपनियां किसानों की फसल बीमा राशि को खाकर वापस लौटाने का नाम नहीं ले रही है सरकार को किसानों से कोई मतलब नहीं है किसान दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर हो चला है उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि खराब हुई फसलों का मुआवजा और फसल बीमा तत्काल दे ताकि किसान को अगली फसल बोने के लिए कर्ज ना लेना पड़े और खेत बेचकर अपना और अपने परिवार का गुजारा ना करना पड़े