जर्जर आंगनवाड़ी भवन दे रहा है दुर्घटनाओ को आमंत्रण कभी भी घठित हो सकती है बड़ी घटना बुधवार गुरुवार की रात को गिरा छत से मलबा कुर्सी सहित अन्य सामान हुआ क्षतिग्रस्त

*जर्जर आंगनवाड़ी भवन दे रहा है दुर्घटनाओं को आमंत्रण कभी भी घठित हो सकती है बड़ी घटना*
*बुधवार गुरुवार की रात को गिरा छत से मलबा कुर्सी सहित अन्य सामान हुआ क्षतिग्रस्त*
सिंगोली:- नगर के मध्य शासकीय हाई सेकेंडरी स्कूल प्रांगण में स्थित महिला बाल विकास विभाग का एकमात्र आंगनवाड़ी भवन अपेक्षाओं का शिकार होकर जर्जर अवस्था में पहुंच कर क्षतिग्रस्त हो चुका है जिसकी सुध आज तक जिम्मेदार विभागीय अधिकारियों ने नहीं ली उक्त आंगनवाड़ी केंद्र की दीवारों और छत में काफी समय से बड़ी-बड़ी दरारें आ चुकी है फिर भी अधिकारियों की लचर कार्यप्रणाली के चलते उक्त आंगनवाड़ी केंद्र जर्जर भवन में संचालित हो रहा है और उसमें 10 से 12 बच्चे प्रतिदिन केंद्र पर मौजूद रहते हैं जिसकी वजह से कभी भी बड़ी दुर्घटना उक्त केंद्र पर घटित हो सकती है गत बुधवार गुरुवार की मध्य रात्रि में नगर में हुई तेज बारिश के कारण आंगनवाड़ी केंद्र के छत का एक साइड अंदर का हिस्सा भरभरा कर गिर पड़ा जिसकी वजह से आंगनवाड़ी केंद्र में रखी कुर्सी और अन्य सामान क्षतिग्रस्त हो गए यह तो गनीमत रही कि यह घटना रात्रि के समय घटित हुई अगर दिन के समय घटित होती तो हो सकता है नगर में बड़ी दुर्घटना घटित हो सकती थी आंगनवाड़ी केंद्र पर कार्यरत आंगनवाड़ी कार्यकर्ता शिवानी राठौर और सहायिका सीमा धाकड़ ने बताया कि जर्जर हो चुके आंगनवाड़ी भवन को दुरस्त कराने के लिए हमने कितनी ही बार सेक्टर सुपरवाइजर सहित उच्च अधिकारियों जनप्रतिनिधियों को अवगत कराया लेकिन आज तक किसी ने जर्जर भवन की ओर गंभीरता से ध्यान नहीं दिया आज हालात यह है की भवन में बड़ी-बड़ी दरारे आ गई है छत पूरी तरीके से क्षतिग्रस्त होकर बरसात के दिनों में छत से पानी टपकता है जिसके कारण यहां पर कार्य करना भी दुश्वार हो रहा है और हम लोग भी बच्चों को ज्यादा देर तक बिठाकर नहीं रखते सिर्फ भोजन नाश्ते के वक्त ही बच्चों को घरों से लाकर शासन की मंशा अनुसार उन्हें खाना नाश्ता देकर वापस घरों को छोड़ देते हैं बारिश के दिनों में आंगनवाड़ी केंद्र के भवन में बैठने से भी डर लगने लगा है