जाट में बनकेश्वरी खेड़ा खुट माताजी मंदिर जाने का रास्ता हुआ खस्ताहाल क्या गंदगी एवं अव्यवस्थाओं के बीच ही शुरू होगा नवरात्रि का त्यौहार

*जाट मे बनकेश्वरी खेड़ा खूट माताजी मंदिर जाने का रास्ता हुआ खस्ताहाल*
*क्या गंदगी एवं अव्यवस्थाओं के बीच ही शुरू होगा नवरात्रि का त्यौहार..?*
रतनगढ़:-2 अप्रैल चैत्र सुदी एकम से हिंदू नववर्ष वर्ष प्रतिपदा के साथ ही प्रमुख आस्था का पर्व नौ दिवसीय नवरात्रि का त्यौहार भी शुरू होने जा रहा है। नवरात्रि के पावन अवसर पर सर्व हिंदू समाज के श्रृद्धालु भक्तगण महिला, पुरुष 9 दिनों तक व्रत उपवास के साथ ही नंगे पैरों रहकर माता रानी की आराधना करते हैं। जाट के प्रसिद्ध बनकेश्वरी खेड़ा खुट माताजी मंदिर पर दर्शन के लिए ग्राम सहित आसपास क्षेत्र के सैकडों महिला पुरुष भक्तगण पूजा अर्चना करने के लिए जाते हैं।साथ ही यहां से जोगणिया माता जी तक पैदल जाने का रास्ता भी यही से होकर जाता है ग्राम पंचायत जाट के सचिव ठेकादार व पीएचई विभाग इंजीनियर की लापरवाही के कारण मेन बाजार से बड़ा मंदिर चौक व रेगर मोहल्ला जो कि खेड़ाकोट माताजी मंदिर पहुंच मार्ग भी है की हालत बहुत खराब व खस्ताहाल है जगह जगह बड़े-बड़े गड्ढे व नालियों का पानी आम रास्ते में आ रहा है।ऐसे में राहगीरों व भक्तों का पैदल चलना भी दुश्वार हो रहा है।जाट से रेगर समाज के बबलू रेगर हरीश रेगर, घिसालाल रेगर, मदनलाल रेगर, गोपाल रेगर, रमेश रेगर सहित ग्राम के श्रद्धालु भक्तगण यशवंत पूरी, दीपक शर्मा, संजय पाराशर, राहुल सुथार, मोतीलाल माली, छितरमल गुर्जर, पिंटू गुर्जर, शंकरलाल गुर्जर, गोवर्धनसिंह चौहान, गणपत शर्मा, कालू माली, प्रकाश सुथार आदी ने जिम्मेदार जनप्रतिनिधियों एवं प्रशासनिक अधिकारियों से 8 दिन पूर्व ही उक्त मार्ग को दुरुस्त कराने की मांग कर दी थी और कल से हिंदू समाज के धार्मिक आस्था के पर्व नवरात्रि की शुरुआत भी हो रही है लेकिन अभी तक भी जिम्मेदारों का इस तरफ कोई ध्यान नहीं है। इस संबंध में जहां ग्राम पंचायत जाट के सचिव घनश्याम धाकड़ का कहना है कि मे तो नौकर हूं मालिक तो सरपंच साहब हैं उनसे बात करो मुझे अभी टाइम नहीं है वही दूसरी और ठेकेदार बसंत शर्मा एवं इंजीनियर सुनील कुलमी के द्वारा भी समस्या का समाधान करने के बजाय टालमटोल कर बहाना बनाया जा रहा है। इस संबंध में जनपद पंचायत जावद सीईओ अशोक का कहना है कि मे पीएचई विभाग से बात कर दिखवाता हूं।अब देखना यह है कि पहले जैसे जाट में शीतला सप्तमी का त्यौहार गंदगी एवं अव्यवस्थाओं के बीच बना मना।क्या वैसे ही नवरात्रि का त्योहार पर भी मातारानी के भक्तो को ऊबड़ खाबड रास्ते और नालियों के पानी व कीचड़ से सने पैरो से होते हुए दर्शन करने के लिए जाना पडेगा