नारकोटिक्स अधिकारी या दलाल रुपए मांगें तो दें सूचना कराया अनाउंसमेंट

नारकोटिक्स विभाग पर अफीम किसानों से वसूली के आरोप लगने के बाद बुधवार को जिला पंचायत सदस्य व कांग्रेस नेता दीपकसिंह गुर्जर ने शिविर लगाया। नारकोटिक्स कार्यालय के सामने शिविर के दौरान लगातार अनाउंसमेंट कराया कि नारकोटिक्स अधिकारी या दलाल किसी भी प्रकार से रिश्वत की मांग करें तो सूचना दें। गुर्जर ने आरोप लगाते हुए कहा कि नारकोटिक्स विभाग का 40 करोड़ रुपए की उगाही का प्लान है। शिविर में 35 से 40 किसानों ने रुपए लेने की बात भी मौखिक रूप से स्वीकारी लेकिन पट्टे कटने के डर से सार्वजनिक रूप से नहीं बोल पाए।
पट्टे बहाली व नामांतरण के नाम पर नारकोटिक्स विभाग पर वसूली के आरोप लग रहे हैं। मंगलवार को कांग्रेसजन ने अफीम उत्पादकों की समस्या को लेकर प्रदर्शन करते हुए ज्ञापन भी दिया। इसके बाद बुधवार को जिला पंचायत सदस्य व कांग्रेस नेता दीपकसिंह गुर्जर ने कांग्रेसजन के साथ जनपद पंचायत के सामने शिविर लगाया। इसमें लगातार अनाउंसमेंट किया कि किसानों को दस्तावेज संबंधी प्रक्रिया के दौरान अधिकारी या कोई दलाल अवैध रूप से रुपए की मांग करे तो तत्काल सूचना दें। गुर्जर ने बताया कि शिविर के दौरान तलाव पिपलिया, काचरिया चंद्रावत, पिपलिया कराड़िया, गुराड़िया देदा सहित अन्य गांव के करीब 40 किसानों ने आकर सूचना दी।
इधर, अफीम काश्तकारों ने कार्यालय परिसर में नारेबाजी कर जताया आक्रोश
मंदसौर। अफीम काश्तकारों ने नारकोटिक्स कार्यालय परिसर में सीपीएस पद्धति के विरोध में नारेबाजी कर आक्रोश व्यक्त किया। कहा कि किसान समय से जायज मांगों को लेकर संघर्ष कर रहे लेकिन क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों ने इस ओर आज तक कोई ध्यान नहीं दिया। किसानों का कहना है कि सीपीएस पद्धति पूर्णतया समाप्त की जाए तथा चीरा लगाने की अनुमति प्रदान की जाए नहीं तो नीमच में विशाल आंदोलन किया जाएगा। इसकी संपूर्ण जवाबदारी विभाग की रहेगी।
पदाधिकारियों ने बताया किसानों के अनुसार नामांतरण के नाम पर भ्रष्टाचार किया जा रहा है। मुखियाओं के नाम से रुपए एकत्र किए जा रहे हैं, नहीं तो धमकियां दी जाती हैं। किसान नेताओं ने कहा कि हमारी जायज मांगें सीपीएस पद्धति समाप्त की जाए, चीरा लगाने की अनुमति दें। अफीम के भाव 10 हजार रुपए प्रतिकिलो करें। 1990 से काटे गए पट्टों को बहाल किया जाए। वर्ष 2013-14 में प्राकृतिक आपदा से कटे पट्टे बिना शर्त बहाल करें। मुखियाओं पर बेवजह दबाव न बनाया जाए। खूबचंद शर्मा, योगेंद्र जोशी, महेंद्रसिंह घटावदा, रोड़ीलाल कुम्माखेड़ी, मांगूसिंह राठौर सहित अन्य किसान मौजूद थे।
नामांतरण के डेढ़ लाख रुपए तक वसूल रहे हैं
गुर्जर ने आरोप लगाते हुए कहा कि मृतक नामांतरण जो कि स्वत: हो जाने चाहिए, उसके डेढ़ लाख रुपए तक वसूले जा रहे हैं। किसानों ने यह भी बताया कि शिविर लगने के दौरान काम में देरी नहीं होकर तेजी से काम निपटाए।