प्रतिबंध के बावजूद भारी मात्रा में पड़ोसी राज्य में जा रहा सुखला

अठाना । नीमच जिलाधीश द्वारा विगत दिनों एक आदेश जारी किया था, जिसमें बताया गया था कि नीमच जिले से बाहर पशु चारा सुखला जिले की सीमा से बाहर किसी अन्य जिले या राज्य में परिवहन प्रतिबंधित किया गया था। आदेश क्षेत्र में बेअसर साबित हो गया और आदेश के बाद पशु चारा, सुखला मंहगा हो गया है। व्यापारियों ने आदेश की आड़ में भाव दोगुने राशि कर दिए।
आदेश जारी हुआ उसी दिन से लेकर प्रतिदिन बड़ी संख्या में राजस्थान चित्तौड़गढ़ जिले के मंगलवाड़ कस्बे के निवासियों द्वारा प्रतिवर्ष अनुसार इस वर्ष भी पशु चारा सुखला संग्रहित किया जा रहा है। इस हेतु नीमच जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में दर्जनों वाहन पिकअप, ट्रक, ट्रैक्टर द्वारा परिवहन कर सुखला संग्रहित करने के पश्चात ऊंची कीमत लेकर मेवाड़ और मारवाड़ के हिस्सों में पशुपालकों को मनमानी रेट पर पहुंचाया जा रहा है। कलेक्टर द्वारा प्रतिबंधित किए जाने के बाद अब स्थिति उल्टी हो गई है। आदेश के पूर्व दो से तीन हजार रुपये बीघा में मिलने वाला सुखला पांच से छह हजार बीघा में मिल रहा है। यानी आदेश निकलने के बाद सुखला के रेट दुगने हो गए है।
प्रशासनिक लापरवाही उदासीनता के परिणाम जिले के पशुपालकों, गोशालाओं को भुगतना पड़ रहा है। आगामी गर्मी के दिनों में तो और भारी संकट पैदा हो जाएगा। जिलाधीश कार्यालय द्वारा आदेश तो निकाला गया, लेकिन क्रियान्वयन रोकथाम हेतु पुलिस विभाग, राजस्व विभाग, वन विभाग, परिवहन विभाग, आरटीओ जैसे कई विभागों ने अवैध सुखला परिवहन रोकथाम पर जिलाधीश के आदेश की पालना की कार्रवाई में रुचि नहीं दिखाई है।
अठाना क्षेत्र में लगातार रात-दिन एक दर्जन पिकअप ट्रकों में ओवरलोड पशु चारा सुखला दिनदहाड़े सरेआम ले जाया जा रहा है। इस दौरान आम रास्तों विशेषकर नगर बाजार में दुर्घटनाओं की आशंका भी बनी हुई है। ओवरलोड सुखला भरा होने से विद्युत शार्ट सर्किट या किसी अन्य वाहन से भिड़ंत होने की आशंका भी रहती है। रविवार शाम प्रदेश के कैबिनेट मंत्री क्षेत्र के विधायक ओमप्रकाश सकलेचा अपने काफिले के साथ जावद से नक्षत्र वाटिका अठाना होते हुए जा रहे थे। इनके आगे-आगे सुखला से भरा हुआ ओवरलोड पिकअप वाहन चल रहा था। जैसे ही अठाना बस स्टैंड से पिकअप तुंबा की ओर निकला, इसके ठीक दो मिनट बाद मंत्री का काफिला भी बस स्टैंड होते हुए नक्षत्र वाटिका निकला। ज्ञात रहे नगरवासियों को इन दिनों अवैध बजरी भरे ओवरलोड डंपरों से राहत मिली हुई है। 1 अप्रैल से भीलवाड़ा जिले के बनास नदी से आने वाली अवैध ओवरलोड बजरी के डंपरों पर जिला प्रमुख चित्तौड़गढ़ सुरेश धाकड़ के विरोध के चलते एवं चित्तौड़गढ़ जिला महिला पुलिस अधीक्षक प्रीति जैन के सख्त रवैया के कारण ओवरलोड डंपरों का संचालन पूरी तरह से बंद है ।