रामपुरा:-बंद करो यह स्वच्छता का नाटक स्वच्छता के नाम पर देश में हुए करोड़ों के भ्रष्टाचार की भी जांच होना चाहिए।

भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत इसलिए कि थी देश स्वच्छ हो स्वच्छता के कारण स्वास्थ्य अनुकूल हो। लेकिन लोकशाही और नौकरशाही के गठबंधन है स्वच्छता अभियान को योजना बंद तरीके से भ्रष्टाचार का कर अपना हित साधने में जुटे रहे हैं अनुपम उदाहरण रामपुरा नगर में देखा जा सकता है बस स्टॉप पर मच्छरों की भरमार है लोगों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है इसका मुख्य कारण रिंगवाल के पास गाजर घास का बहू मात्रा में होना गंदगी भरे पानी लोगों के स्वास्थ्य में प्रतिकूल प्रभाव पड़ना रहा है परिषद के जवाबदार प्रतिनिधि सुबह शाम अपनी मस्ती में ही नजर आते हैं उन्हें जनता से कोई लेना देना नहीं है इसी कारण संपूर्ण नगर में गंदगी का साम्राज्य फैल रहा है।संपूर्ण नगर मे चारो तरफ गंदगी का साम्राज्य है और कागजों में स्वच्छ बना हुआ है जबकि निष्पक्ष जांच अधिकारी नगर में भ्रमण करें तो उसे गंदगी का आरंभ सर्वत्र दिखाई देगा।