मेवाड़ विश्वविद्यालय में मनाई छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती। छत्रपति शिवाजी एक बहादुर , बुद्धिमान, वीर और दयालु शासक थे- प्रतिकुलपति शुक्ल

मेवाड़ विश्वविद्यालय में मनाई छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती
छत्रपति शिवाजी एक बहादुर , बुद्धिमान, वीर और दयालु शासक थे- प्रतिकुलपति आनंदवर्धन शुक्ल
चित्तौड़गढ़(लाइव स्टोरी-अमित कुमार चेचानी)। दिनांक 17 फरवरी 2023 शुक्रवार को मेवाड़ विश्वविद्यालय में भारत के महान सपूत छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती मनाई गई। इंजीनियरिंग विभाग के तत्वावधान में आयोजित महाराणा प्रताप सेमिनार हॉल में इस समारोह का आयोजन मां सरस्वती की प्रतिमा पर छत्रपति शिवाजी महाराज की तस्वीर पर दीप प्रज्वलन व माल्यापर्ण कर व सरस्वती वंदना से आरंभ हुआ। कार्यक्रम आयोजक इंजीनियरिंग विभाग की गरिमा गर्ग व संजय सोनी ने छत्रपति शिवाजी के जीवन का भारत के इतिहास में योगदान के संबंध में जानकारी दी। समारोह के मुख्य वक्ता प्रतिकुलपति आनंद वर्धन शुक्ल ने छत्रपति शिवाजी के जीवन दर्शन को बताते हुए कहा कि अगर सही मायने में कहा जाए तो छत्रपति शिवाजी महाराज हिंद्वी-स्वराज्य के संस्थापक थे l वे महिलाओं का बहुत सम्मान करते थे l इसके अलावा छत्रपति शिवाजी एक बहादुर , बुद्धिमान, वीर और दयालु शासक थे। छत्रपति का जीवन चरित्र युवाओं के लिये आदर्श है। शिवाजी महाराज की दूरदृष्टि से भारतीय जलसेना की नींव रखी गई। उनकी युद्धनीति और नेतृत्व आज युवाओं, देश और समाज के लिए कार्य करने के लिए प्रेरित करती है। कार्यक्रम में कुलसचिव प्रोफेसर (डॉ) आर राजा ने अपने उद्बोधन में कहा कि शिवाजी महाराज न सिर्फ एक राजा थे बल्कि भारत की स्वतंत्रता के प्रमुख लीडर भी रहे। उन्होंने कभी भी मुगलों के सामने घुटने नहीं टेके।
कार्यक्रम में छत्रपति शिवाजी महाराज के जीवन से संबंधित वृत्तचित्र व विश्वविद्यालय के विभिन्न छात्र छात्राओं ने कविता पाठ व पारंपरिक वेशभूषा में समूह नृत्य प्रस्तुत किया। इस अवसर पर डीन एकेडमिक्स डी. के. शर्मा, प्रोफेसर (डॉ) चित्रलेखा सिंह, प्रोफेसर (डॉ) सोनिया सिंगला, प्रोफेसर (डॉ) वाय सुदर्शन, प्रोफेसर (डॉ) शुभदा पांडे सहित मेवाड़ विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के पदाधिकारी शिक्षक व विद्यार्थी उपस्थित रहे।