रचनात्मक गतिविधियों में विद्यार्थियों को बढ़-चढ़कर भाग लेना चाहिए जिससे उनकी प्रतिभा उभरकर आती है- कुलाधिपति डॉ. गदिया।

रचनात्मक गतिविधियों में विद्यार्थियों को बढ़-चढ़कर भाग लेना चाहिए जिससे उनकी प्रतिभा उभरकर आती है- कुलाधिपति डॉ. गदिया
मेवाड़ विश्वविद्यालय (यूनिफेस्ट-2023) प्रदर्शनी में दिखा विद्यार्थियों की कौशलता का हुनर
विभिन्न मॉडल के जरिये दिया पर्यावरण बचाने का संदेश
चित्तौड़गढ़ (लाइव रिपोर्ट- अमित कुमार चेचानी)। मेवाड़ विश्वविद्यालय में चल रहे ‘‘यूनिफेस्ट-2023‘‘ के अन्तर्गत गुरूवार को विद्यार्थियों ने बढ़ रहे वायु प्रदूषण और उसके बचाव के लिये कई माॅडल बनाकर सन्देश दिये। रियूज, रिड्यूस, रिसाइकिल इवेन्ट के साथ ही यूनिफेस्ट में मास्टर शेफ और काॅल आॅफ ड्यूटी जैसे कई ओर इवेन्ट भी आयोजित हुए।
इस अवसर पर कुलाधिपति डाॅ. अशोक कुमार गदिया ने भी पहुंचकर प्रतिभागियों के कार्याें की सराहना की और उन्हे सम्बोधित करते हुए कहा कि इस प्रकार की गतिविधियों में विद्यार्थियों को बढ़-चढ़कर भाग लेना चाहिए जिससे उनकी प्रतिभा उभरकर आती है।
फेस्ट में रियूज, रिड्यूस और रिसाइकल इवेंट के तहत लगी प्रदर्शनी में बी फाॅर्मा तृतीय वर्ष की इशिता विश्वास और साहीन परवीन ने सब्जी, गोबर और अन्य खाद्य पदार्थाें से बायो गैस का माॅडल बनाकर प्रदर्षित किया कि किस प्रकार प्रकृति को नुकसान होने से बचाया जा सकता है। इसी टीम के प्रतिभागियों ने आइसक्रीम स्टीक से एक सुन्दर घर और थर्माकाॅल की मदद से सोलर प्लांट का माॅडल भी बनाया। वहीं दूसरी ओर एमएससी द्वितीय वर्ष के शिकिल रसीद ने आलू की मदद से स्टाॅर्च के पाउडर को निकालने की विधि माॅडल के जरिये प्रदर्शित की। विद्यार्थियों ने प्लास्टिक कचरे से क्रूड आॅयल और कागज का इस्तेमाल करते हुए पेपर बैग तक बनाकर वहां उपस्थित विद्यार्थियों और लोगों को जागरूक किया कि कैसे पर्यावरण को कैसे स्वस्थ रखा जा सकता है।
तकनीकी इवेन्ट के संयोजक बी.एल. पाल ने बताया कि रियूज, रिड्यूस, रिसाइकिल इवेन्ट में प्रथम स्थान पर शिवानी तम्बोली और निकिता, द्वितीय पर अस्माता जेज, मीरा मेहरीना और शाकिब रशीद रहे।