विधायक आक्या ने पी एम ओ डॉक्टर दिनेश वैष्णव को लगाई जमकर फटकार

एक्सक्लुसिव रिपोर्ट
विधायक आक्या ने पी एम ओ डॉक्टर दिनेश वैष्णव को लगाई जमकर फटकार
सांवरिया जिला चिकित्सालय एवं महिला बाल चिकित्सालय का किया विधायक आक्या ने आकस्मिक निरीक्षण
चित्तौड़गढ़ (अमित कुमार चेचानी)। दिनांक 05 नवम्बर शनिवार को चित्तौड़गढ़ विधायक चंद्रभानसिंह आक्या ने सांवरिया जिला चिकित्सालय एवं महिला बाल चिकित्सालय का आकस्मिक निरीक्षण किया। नगर महामंत्री अनिल ईनाणी विधायक आक्या के साथ रहे। भाजपा मीडिया प्रभारी मनोज पारीक ने बताया कि विधायक आक्या ने आकस्मिक निरीक्षण में आईसीयू सहित अस्पताल के वार्डों में पहुंचकर वहां की साफ सफाई एवं अन्य व्यवस्थाओ का जायजा लिया। इस दौरान विधायक ने पी एम ओ डॉक्टर दिनेश वैष्णव को जिला अस्पताल की ओ.पी.डी में चिकित्सकों और स्टॉफ की समय पर उपस्थिति सुनिश्चित करने की हिदायत दी । निरीक्षण के दौरान वाहनो की अव्यवस्थित पार्किंग देखकर विधायक आक्या ने वाहनों को पार्किग स्थल पर ही खड़े करने के निर्देश दिए। अस्पताल के वार्डों में आधे बेड्स पर बेडशीट्स ही नहीं थी और बेडशीट्स जगह जगह से कटी फटी और मैली हो रही थी , जगह-जगह बिखरे कचरे , जमी हुई धुल मिट्टी तथा सीढ़ियों से होकर वार्ड तक जाने वाले रास्ते एवं दीवारों पर कई जगह पान एवं गुटखे की पीक के अंबार को देख कर विधायक चंद्रभान सिंह आक्या ने पी एम ओ डॉक्टर दिनेश वैष्णव को जमकर फटकार लगाते हुए तुरंत प्रभाव से गंदगी दुर करने के निर्देश दिए। शौचालयों की साफ-सफाई में कमी दिखाई देने एवं बदबू आने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी दिनेश वैष्णव को कड़े निर्देश देते हुए शीघ्र ही व्यवस्था में सुधार लाने की बात कही जिस पर डा दिनेश वैष्णव ने आज बैठक कर आगामी तीन दिनो मे गंदगी हटाने एवं साफ़ सफ़ाई तथा पार्किंग व्यवस्था को दुरुस्त करने का आश्वासन दिया । विधायक आक्या ने चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा एवं जिला कलेक्टर अरविंद पोसवाल से मोबाइल पर बातचीत कर अस्पताल की कमियों एवं समस्याओं से अवगत कराते हुए शीघ्र समाधान कराने की मांग की। विधायक आक्या ने अस्पताल की ओपीडी में सूचना पटल पर डॉक्टर्स की ड्यूटी और वार्डो में उनके दौरे के समय के बारे में सूचना प्रदर्शित करने के निर्देश भी दिये ।
हास्पिटल भवन परिसर में जगह जगह जगह बिखरे पड़े कचरे, गाजर घास की भी साफ़ सफ़ाई के निर्देश दिए ताकि मच्छर पैदा ना हो।