सप्तमी पर शीतला माता मंदिर पर महिलाओ का उमड़ा सैलाब

रामपुरा
। होलिका दहन के सात दिन बाद मनाए जाने वाला शीतला सप्तमी का पर्व गुरुवार को बड़े ही उत्साह के साथ मनाया जाएगा। इस दिन शीतला माता का पूजन कर उन्हें बासी और ठंडा भोजन का भोग लगाने की परंपरा है।रामपुरा सहित पूरे अंचल में शीतला माता पूजन को लेकर महिलाओं में अपार उत्साह का वातावरण रहता है होलिका दहन के अगले दिवस से ही माताएं एवं महिला वर्ग प्रातः सर्वप्रथम शीतला माता की पूजन कर घर का उसके बाद घर का सारा काम करती है एवं होली के 6 दिवस बाद शीतला सप्तमी के दिन एक दिवस पूर्व शीतला माता के लिए ठंडा एवं बासी भोजन का भोग माता को लगाया जाता है लोक मान्यता है कि इन सात दिवस माता का पूजन विशेष तौर पर करने से एवं पूजन के लिए बनने वाली प्रसाद को खाने से छोटी माता जिसे विज्ञान की भाषा में चिकन पॉक्स कहा जाता है उक्त बीमारी से साल भर के लिए शरीर में एंटीबॉडी बन जाती है रामपुरा अंचल में शीतला माता पूजन के लिए महिलाएं रात में माता को चलने वाला प्रसाद बनाती हैं एवं रात्रि 1:00 बजे से ही पूजन का दौर स्टार्ट हो जाता है जो शीतला सप्तमी के दिन पूरे दिन भर चलता रहता है यह तो कहने को रामपुरा में शीतला माता के पूजन के तीन चार केंद्र हैं परंतु प्रमुख केंद्र नगर के मध्य लालबाग के पास में हैं एवं रामपुरा नगर की अधिकतम महिलाएं यही पूजन करने पहुंचती है। नगर के मध्य होने से इस मंदिर के आसपास दिनभर एक दिवसीय मेले का माहौल रहता है नगर का प्रमुख मन्दिर होने से यहा पूजन के लिए भारी भीड़ उमड़ती है इसी को ध्यान में रखते हुए नगर परिषद पुलिस प्रशासन विभाग ने मंदिर की ओर जाने वाले रास्तों को 1 दिन के लिए आमजन के लिए बंद रखकर बैरिकेट्स लगाकर व्यवस्था की साथ ही रात्रि में पूजन को आने वाली महिलाओ के लिए प्रकाश एवं पर्याप्त पुलिस बल की समुचित व्यवस्था की गई है। साथ ही पूजन को आने वाली महिलाओं के लिये भी पेयजल की समुचित व्यवस्था की गई है।