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सिंगोली क्षेत्र की बहुप्रतीक्षित 5283.04 करोड़ रुपए से निर्मित बांदा परियोजना का कार्य हुआ शुरू सरकार से जमीन के बदले जमीन देने की मांग को लेकर आदिवासियों ने शुरू किया विरोध कांग्रेस नेता श्री राजकुमार अहीर पहुंचे बांणदा आदिवासियों को सिंचित भूमि का 10 लाख रूपये और असिंचित भूमि का 5 लाख रूपये प्रति बीघा के मान से मुआवजा दे सरकार

*सिंगोली क्षेत्र की बहुप्रतीक्षित 5283.04 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित बांणदा परियोजना का कार्य हुआ शुरू*   

*सरकार से जमीन के बदले जमीन देने की मांग को लेकर आदिवासियों ने शुरू किया विरोध*   

*कांग्रेस नेता श्री राजकुमार अहीर पहुंचे बांणदा कहां आदिवासियों को सिंचित भूमि का दस लाख रुपए बिघा और असिंचित भूमि का पांच लाख रुपए प्रति बीघा के मान से मुआवजा दे सरकार*   

सिंगोली:- सिंगोली क्षेत्र की बहुप्रतीक्षित बांणदा परियोजना लागत 5283.04 करोड़ का कार्य प्रारंभ होने के साथ ही बांध निर्माण पूर्ण होने के पश्चात तहसील क्षेत्र के 11 गांवो की लगभग 1780 किसानों की हजारों हेक्टेयर भूमि सिंचित होगी ज्ञात रहे लंबे समय से क्षेत्र के किसान शासन से बांणदा बांध निर्माण की मांग करते आ रहे थे पूर्ववर्ती कमलनाथ सरकार के समय भी बांध निर्माण की मांग ने जोर पकड़ा था इसको लेकर कांग्रेस नेता राजकुमार अहीर के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने सिंगोली दोरे पर आए प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ से भी बांणदा बांध का निर्माण कार्य जल्द शुरू कराने का अनुरोध किया था इस पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने किसानों को बांणदा बांध निर्माण का आश्वासन दिया था लेकिन प्रदेश में सरकार बदलने के पश्चात क्षेत्र के कैबिनेट मंत्री श्री ओमप्रकाश सकलेचा ने बांध का निर्माण जल्द शुरू कराने के लिए अथक प्रयास किए उसी का नतीजा है कि आज क्षेत्र की बहुप्रतीक्षित बांणदा परियोजना का कार्य धरातल पर शुरू हुआ है जैसे ही बांध निर्माण शुरू होने की जानकारी क्षेत्र के किसानों को लगी किसानों में खुशी की लहर दौड़ गई बांध का निर्माण पूर्ण होने के पश्चात क्षेत्र में वर्षों से चली आ रही गंभीर जल संकट की समस्या का भी निदान हो जाएगा साथ ही बांध से विभिन्न गांव में निकलने वाली नहरों से खेतों मैं भरपूर पानी की सप्लाई होगी वही कृषि जिंसों की पैदावार भी बढ़ेगी जिससे किसान अपने खेतों में उन्नत कृषि जिंसों की पैदावार कर सकेगा और आत्मनिर्भर होने के साथ-साथ क्षेत्र की भी उन्नति  होगी 

 *बांध निर्माण के साथ ही शुरू हुआ आदिवासियों का विरोध* 

जैसे ही बांणदा बांध निर्माण शुरू होने की जानकारी ग्राम जेतलिया और बांणदा के आदिवासियों को लगी तो उन्होंने बांध निर्माण का पुरजोर तरीके से विरोध करना शुरू कर दीया आदिवासियों की मांग है कि सरकार हमारी ऊपजाऊ जमीनों के बदले हमें जमीन उपलब्ध कराएं और बांध निर्माण के दौरान मकान व अन्य उपयोगी सामान के नुकसान के बदले भरपूर मुआवजा प्रदान करें तभी जाकर हम बांध का निर्माण होने देंगे ग्राम बांणदा के आदिवासी महिला और पुरुषों राजू भील लाभचंद भील बाबूलाल श्यामलाल गोरीलाल शंभूलाल रूपलाल भील सहित सैकड़ों की तादाद में पुरुष और महिलाओं ने बांध निर्माण का विरोध करते हुए सरकार से जमीन के बदले जमीन देने की मांग की और कहा कि सरकार आदिवासियों के हितो पर कुठाराघात करने पर तुली है आदिवासियों की समस्याओं का पूरी तरीके से निराकरण भी नहीं हुआ और बांध का निर्माण शुरू कर दिया गया जिससे हमारे सामने जीवन यापन का संकट खड़ा हो गया है आदिवासी महिला पुरुषों ने कहा कि जब तक उनकी मांग का पूरी तरीके से निराकरण नहीं हो जाता तब तक बांध निर्माण नहीं किया जाय फिर भी अगर सरकार अपनी जिद पर अडी रहती है तो हम मर जाएंगे मिट जाएंगे लेकिन बांध का निर्माण नहीं होने देंगे   

*कांग्रेस नेता राजकुमार अहीर पहुंचे ग्राम बांणदा* 

जैसे ही बांध निर्माण शुरू होने की जानकारी आदिवासियों ने जावद विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस नेता राजकुमार अहीर को दी तो श्री अहीर गुरुवार को दोपहर आदिवासियों के बीच ग्राम बांणदा की चौपाल पर पहुंचे जहां पर आदिवासियों ने श्री अहीर को अपनी व्यथा सुनाते हुए कहां की वर्षों से बंजर जमीनों को हम उपजाऊ बनाकर खेती कर रहे हैं और उससे हम हमारा और हमारे बच्चों का जीवन यापन कर रहे हैं हमारे रोजगार का एकमात्र साधन कृषि है उस जमीन पर भी सरकार बांध निर्माण कर हमें भुखो मरने पर तुली है हमने मेहनत करके हमारी जमीनों को उपजाऊ बनाया है और सरकार बांध निर्माण कर हमें बेघर करना चाहती है उन्होंने कहा कि हम मर जाएंगे मिट जाएंगे लेकिन हमारी जमीन का एक इंच टुकड़ा भी बांध निर्माण के लिए सरकार को नहीं देंगे कांग्रेस नेता श्री राजकुमार अहीर ने आदिवासियों से रूबरू होते हुए कहा कि आप लोगों के लिए और क्षेत्र के किसानों के हितों के लिए बांध का निर्माण होना भी जरूरी है जिससे क्षेत्र मैं कृषि के लिए भरपूर पानी उपलब्ध होगा लेकिन सरकार को बांध निर्माण के साथ साथ आदिवासियों के हितों का भी ध्यान रखना चाहिए उन्होंने आदिवासियों की समस्या से जल्द उच्च अधिकारियों और पार्टी आलाकमान नेताओं से बात करने का भी भरोसा दिलाया और हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि आदिवासियों की जो भी उपजाऊ जमीन बांध निर्माण मैं आ रही है चाहे वह सिंचित हो या असिंचित सिंचित भूमि का दस  लाख रुपए प्रति बीघा और असिंचित भूमि का पांच लाख रुपए प्रति बीघा के मान से व मकान ट्यूबेल सहित आदिवासियों को होने वाले सभी नुकसान का सर्वे कराकर भरपूर मुआवजा देकर उन्हें सुव्यवस्थित जगह पर विस्थापित करने की मांग की ताकि हमारे क्षेत्र के गरीब आदिवासी भाईयो को जीवन यापन के लिए किसी के ऊपर आश्रित नहीं होना पड़े और वे अपना और अपने परिवार का सही तरीके से जीवन यापन कर सके श्री अहीर ने कहा कि वह हर वक्त आदिवासियों के साथ खड़े हैं और उनके हितों और समस्याओं के लिए वे उनके साथ खड़े है। तत्पश्चात कांग्रेस नेता श्री आहिर बांध निर्माण स्थल पर भी गए जहां पर उन्होंने चल रहे कार्य को देखा इस अवसर पर ब्लॉक कांग्रेस सिंगोली के ब्लॉक अध्यक्ष बनवारी जोशी रतनगढ़ ब्लॉक कांग्रेस के कार्यकारी ब्लॉक अध्यक्ष शंभू भाई चारण जनपद सदस्य प्रति

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