हर परिस्थिति से लड़ने के लिए पढ़ना जरूरी है – श्री सत्यवान मेहरा (एस.बी.आई शाखा प्रबंधक )

मुकेश राठौर
रामपुरा । शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय रामपुरा की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा आयोजित एनएसएस शिविर के षष्टम दिवस राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वमसेवकों ने पंचायत कार्यालय ग्राम खेतपालिया में रामपुरा महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ.जाकिर हुसैन बोहरा के मार्गदर्शन में पर्यावरण संरक्षण का संदेश देते हुए श्रमदान किया। विद्यार्थियों ने पंचायत कार्यालय में विभिन्न क्यारियों का निर्माण किया और पौधों को लगाकर पर्यावरण के प्रति जागरूकता का संदेश दिया। विद्यार्थियों ने जल, जीवन और पर्यावरण के सरक्षणं के लिए विभिन्न प्रकार के पोस्टरों का निर्माण किया और आमजन को इसका संदेश दिया।बौद्धिक सत्र का शुभारंभ मां सरस्वती एवं स्वामी विवेकानंद के चित्र पर माल्यार्पण तथा सरस्वती वंदना के गायन से हुआ।बौद्धिक सत्र की अध्यक्षता रामपुरा महाविद्यालय के सहायक प्राध्यापक डॉ.डी.एस.फिरोजिया द्वारा की गई। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता श्री सत्यवान मेहरा भारतीय स्टेट बैंक रामपुरा के शाखा प्रबंधक थे ।अतिथि परिचय श्री महेश चांदना द्वारा दिया गया। स्वागत उद्बोधन राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी प्रो. आशीष कुमार सोनी द्वारा दिया गया। मुख्य वक्ता श्री सत्यवान मेहरा जी ने अपने संबोधन में विद्यार्थियों को कहा कि विद्यार्थी जीवन में पढ़ाई आवश्यक है क्योंकि हर परिस्थिति से लड़ने के लिए हमें दृढ़निश्चयी और शिक्षित होना ज़रूरी है। आपने विद्यार्थियों को बैंकिंग सेक्टर की विभिन्न योजनाओ, बैंक का इतिहास,स्वरोजगार से संबंधित विभिन्न योजनाओं,एजुकेशन लोन, विदेशों में पढ़ाई करने के लिए किस प्रकार से सरकारी सहायता , विभिन्न प्रकार की छात्रवृत्तिओं,पढ़ो परदेस योजना जन धन योजना आदि के बारे में ज्ञानवर्धक जानकारी प्रदान की। बैंकिंग की कैसे तैयारी की जा सकती है तथा बैंक के सेक्टर में किस प्रकार से नौकरी के विकल्प ढूंढे जा सकते हैं उस पर भी विद्यार्थियों से चर्चा की और विद्यार्थियों की बैंकिग सम्बंधी जिज्ञासाओं का समाधान किया ।अध्यक्षीय उद्बोधन में डॉ. डी.एस फिरोजिया जी ने विद्यार्थीयो को जीवन की विभिन्न संभावनाओं को तलाशने , कड़ी मेहनत करने तथा आत्मविश्वास और अनुशासन के माध्यम से जीवन के लक्ष्य को प्राप्त करने का संदेश दिया । आपने विद्यार्थियों को अपनी इंद्रियों को खुला रखने, बोलने से अधिक अच्छे विचारों को सुनने,संकल्पना को समझने पर विद्यार्थियों का ध्यान आकर्षित किया। आपने कई खगोलीय ज्ञानवर्धक जानकारियां विद्यार्थियों प्रदान की। कार्यक्रम का संचालन कु.नीतू रावत ने किया और आभार कु.प्रियांशी मोदी ने माना। उक्त जानकारी डॉ.मुक्ता दुबे द्वारा दी गई। )