होम

COVID-19 4th Wave: क्या नए वैरिएंट XE से भारत में आएगी कोरोना की चौथी लहर? जानें कितना है खतरा

IMG 20220413 WA0080नईदिल्ली
देश में कोरोना का खतरा कम हो ही रहा था कि दुनिया में मिलने वाले कोरोना के नए वैरिएंट XE ने चिंता फिर बढ़ा दी है. WHO ने अपनी हालिया रिपोर्ट में कहा था, नया म्यूटेंट वैरिएंट XE ओमिक्रॉन के सब वैरिएंट BA.2 से करीब 10 प्रतिशत ज्यादा संक्रामक हो सकता है. नए वैरिएंट मिलने के कारण स्वास्थ एजेंसियों की चिंता बढ़ गई है. कुछ एक्सपर्ट का मानना है कि अगर नया वैरिएंट फैला तो यह भारत में चौथी लहर (COVID-19 4th wave) का कारण बन सकता है. हालांकि, कुछ एक्सपर्ट्स का ये भी कहना है कि नया वैरिएंट भारत आता भी है तो ये बहुत बड़ा खतरा साबित नहीं होगा.
*क्या भारत में आएगा कोविड-19 का XE वेरिएंट?*
भारत में जिस तरह कोरोना के कई वैरिएंट के मामले सामने आ चुके हैं, उसी तरह इस बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता कि नया वैरिएंट नहीं आ सकता. इसका कारण है कि भारत से विदेशों की फ्लाइट चालू हो गई हैं. हो सकता है कोई यात्री इस वायरस से संक्रमित हो और भारत आने के बाद उसकी शुरुआती रिपोर्ट नेगेटिव आए और बाद में उस वायरस की रिपोर्ट पॉजिटिव आए.
यह भी कहना गलत नहीं है कि हो सकता है XE वैरिएंट इंडिया में पहले ही आ चुका हो और उससे संक्रमित व्यक्ति हमारे आसपास ही घूम रहा हो. हो सकता है, संक्रमित व्यक्ति को अपने आपमें कोई लक्षण नजर नहीं आ रहे हों और लक्षण नजर आने पर उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आए. लेकिन सोचिए, तब तक वह कितने लोगों में वायरस फैला चुका होगा?
जिस तरह कोरोना का पिछला वैरिएंट ओमिक्रॉन से भारत में अधिक जोखिम नहीं था, हो सकता है उसी तरह भारत में इस वैरिएंट से भी खतरा न हो. लेकिन यह तो आने वाला समय ही बताएगा.
*क्या भारत को नए वैरिएंट से खतरा हो सकता है?*
एक्सपर्ट का मानना है कि अगर सावधानी नहीं बरती गई तो कोरोना की नई लहर को नकारा नहीं जा सकता. इसका कारण है कि वायरस अभी खत्म नहीं हुआ है, वह लगातार अपना रूप बदल रहा है. लेकिन पिछले वैरिएंट के कम जोखिम और भारत में वैक्सीनेशन की स्थिति को देखते हुए यह भी कहा जा सकता है कि अगर कोई नया वैरिएंट आता है तो वह शायद पहले आईं दो लहरों की तरह खतरनाक नहीं हो.
कोरोना की पहली लहर के बाद से लोगों ने अपनी सेहत पर ध्यान देना शुरू कर दिया है और इम्यूनिटी को भी मजबूत करने के लिए कई तरीके अपना चुके हैं. अगर आने वाले वायरस को भी मजबूत इम्यूनिटी से हराया जा सकता है, तो चौथी लहर की संभावना कम हो सकती है. लेकिन इसके बाद भी कोरोना संबंधित नियमों का पालन जरूर करें क्योंकि सावधानी से ही इस वायरस को हराया जा सकता है.

Related Articles

Back to top button